आप के मन में ये सवाल हमेशा आता होगा की NGO(Non Government Organization/ गैर सरकारी संगठन ) क्या है ? NGO का काम क्या है? तो मै आप को बता दू की आज के मतलबी समाज में NGO किसी वरदान से कम नहीं है क्यों की NGO बिना किसी लाभ की चिंता किए बिना गरीब असहाय की मदद करता है लेकिन अगर आप भी यह सोच रहे है की NGO है क्या ? तो NGO एक प्राइवेट संस्था होती है जिसे कुछ सम्पन बिज़नेस मैन या जिसके पास पैसे हो वो लोग इसे चलाते है और इस NGO के जरिए हमेसा सामाजिक काम करते है, दोस्तों पैसा कमान ,बचाना , अपने परिवार वालो की हर ख्वाहिशो को पूरा करने के साथ साथ अपने आस पड़ोस में रह रहे लोगो की मदद करना भी बहुत जरुरी है क्यों की यह एक इंसान के इंसानियत की निशानी है |
NGO full form In Hindi
दोस्तों NGO का पूरा नाम हिंदी में ( गैर सरकारी संगठन ) है और आप को मै इसका पूरा नाम इंग्लिश में भी बता देता हु NGO ( Non Government Organization ) होता है ,दोस्तों NGO के बारे में विस्तार से जानने के लिए आप हमारे साथ बने रहे |
NGO कैसे काम करता है
दोस्तों NGO में काम करने का भी कुछ नियम है जैसे की अगर आप पूछे की मैं भी NGO चला सकते हु तो मैं आपको बोलूंगा की नहीं ,
क्यों की NGO के हिसाब से एक NGO को चलाने के लिए कम से कम 7 लोग की टीम या फिर इससे ज्यादा लोगों की जरुरत होती है ये NGO का एक नियम है क्यों की NGO का मकसद दूसरों को लाभ पहुँचाना है
आज के दौर में NGO भी बहुत विकसित हो गई है क्यों NGO अब हर छोटा से छोटा सामाजिक कार्य करती है जैसे की विधवा महिलाओं के लिए आवास, अनाथ बच्चो को पढ़ना, खिलाना, तथा उनके रहने सहने की पूरी जिम्मेदारी लेना , समाज के पीड़ित लोगो की पीड़ा को दूर करने में मदद करना
दोस्तों अगर आप ये सोच रहे हो की NGO का जन्म भारत में हुवा है तो आप गलत हो क्यों की NGO की नीव अमेरिका में पड़ी थी अमेरिका में पहले से ही सामाजिक कार्यो के संगठनों का बहुत प्रचलन है
अब अगर आप ये सोच रहे की अमेरिका के लोगों में गरीब असहाय लोगों की मदद करने का प्रचलन कहां से आया तो अमेरिका के लोगों का ये मानना है की मनुष्य का जन्म सिर्फ पैसे कमाने के लिए नहीं हुआ है , उसका जीवन लोगो की मदद करने के लिए भी हुवा है
दोस्तों आपने देखा ही होगा की बहुत सारे लोग बिना NGO के ही समाज सेवा का काम करते है और अगर आप भी चाहे तो कर सकते है लेकिन NGO में Registered होने पे आप बिलकुल आसानी से सरकार या किसी कंपनी से आर्थिक सहायता ले सकते है
दोस्तों सरकारी आंकड़ों के आधार पर बताया जाता है की अपने भारत में लगभग 1 से 2 मिलियन तक NGO होने का अनुमान है , भारत की सारी NGO सोसाइटी एक्ट के अंतर्गत आती है लेकिन, राजस्थान राज्य में उनका खुद का राजस्थान सोसाइटी एक्ट बना है
NGO को लेकर आज कल लोगों में बहुत अधिक उत्सुकता है और ये होनी भी चाहिए क्यों की मानवता इंसानियत की सबसे बड़ी निसानी होती है दोस्तों मैं आप को कुछ राज्यों की NGO का डाटा दिखाना चाहूंगा जिसे देख कर आप को भारतीय होने पर गर्व महसूस होगा इस समय हमारे देश में कार्यरत NGO की संख्या एक रिपोर्ट के अनुसार 33 लाख के आस पास है |
- महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा करीब 418 लाख NGO है
- दूसरे नंबर पे आंध्र प्रदेश में 416 लाख NGO है
- तीसरे नंबर पे उत्तर प्रदेश में 413 लाख NGO है
- चौथे नंबर पे केरल में 313 लाख NGO है
- कर्नाटक में 119 लाख NGO है
- गुजरात में 117 लाख NGO है
- पश्चिम बंगाल में 119 लाख NGO है
- तमिलनाडु में 114 लाख
- उड़ीसा में 113 लाख NGO है
- राजस्थान में 1 लाख NGO है
इसी प्रकार से गैर सरकारी संस्था हर राज्य में है और सबसे खुशी और गौरव की बात तो ये है की सबसे ज्यादा NGO हमारे ही देश में है क्यों की हमारे देश में अन्य देशों की तुलना में मदद करने वाले लोग ज्यादा है जैसे की आप देख ही सकते है ऊपर परिणाम में |
NGO के काम क्या होते है ?
काफी अच्छा प्रश्न है की आखिरकार NGO के काम क्या होता है अगर मैं आप को आसान भाषा में बताऊ तो NGO के काम , अनाथ , गरीब , असहाय, विकलांग, तथा जिसका कोई ना हो ऐसे लोगो की हर प्रकार से मदद करना ही NGO का मुख्य उद्देश्य होता है लेकिन अगर आप इन कार्यो को थोड़ा विस्तार से जानना चाहते हैं तो निचे पढ़े |
- अनाथ बच्चों को अच्छी शिक्षा देना तथा उन्हें उचे मक़ाम तक पहोचाना
- गरीबों असहाय के लिए खाने का उचित प्रबंध करना
- अनपढ़ गरीब लोगो को पढ़ाने की पूरी जिम्मेदारी लेना
- गरीब महिलाओं को आवास उपलब्ध कराना
- वातावरण को ताजा बनाए रखने के लिए पेड़ पौधे लगाना
- जल को साफ सुथरा रखने के लिए लोगो को समझाना
- प्रदूषण को रोकने के लिए वातावरण को साफ़ बनाना
- आदिवासी के समस्या के लिए लिए काम करना तथा उन्हें शिक्षित बनाना
- बीमारी से जूझ रहे लोगों के लिए उचित इलाज का प्रबंध करना
- वृद्ध और अनाथ बच्चों को भरपूर सहारा देना खाने से लेकर रहने तक
- वैसे तो NGO द्वारा कई प्रकार के काम किए जाते है लेकिन इसका मुख्य काम समाज की स्थिति को सुधारना तथा सामाजिक कार्यों पर काम करना |
NGO को स्थापित कैसे करे ?
दोस्तों सबसे बेसिक तो यही है की आप को ये देखना चाहिए आप जिस भी फील्ड में काम कर रहे है वहा पे समस्या क्या है अगर एक दफा आप समस्या को आप को समझ लेंगे तो आप का आधा काम आसान हो जाएगा
आप के आस-पड़ोस के लोगो को जो समस्या है आप को उनके समस्या के हिसाब से काम करना होगा क्यों आज के युग में ऐसे असहाय लोगो की समस्या को कोई नहीं सुनता लेकिन आग आप उनकी मदद करेंगे तो आप उनके लिए किसी भगवान से कम नहीं होंगे |
NGO को खोलने से पहले ऐसे लोगों की एक टीम बनानी होगी जो , पैसे का प्रबंधन, मानवीय संसाधन, और नेटवर्किंग को अच्छे से संभाल सकते है ताकि आप उस NGO की प्लानिंग अच्छे से कर पाए |
NGO शुरू करने से पहले आप को कुछ आवश्यक डॉक्यूमेंट की आवश्यकता होती है जैसे ट्रस्ट डीड, रूल एंड रेगुलेशन, मेमोरेंडम एंड आर्टिकल ऑफ़ एसोसिएशन/ रेगुलेशन और कुछ महत्पूर्ण डॉक्युमनेट्स होते है
और इन सभी डॉक्यूमेंट में से ही आप को किसी एक डॉक्यूमेंट की आवश्यकता होती है ताकि आप सुचारु रूप से संगठन शुरू कर पाए|
दोस्तों जैसा की आप को पता है की इन सारे डाक्यूमेंट्स में से आप को किसी एक डाक्यूमेंट्स की जरुरत पड़ेगी और वो डॉक्यूमेंट कौन होगा ये इस बात पर निर्भर करता है की आप किस प्रकार का NGO ओपन करते हो |
इस डॉक्यूमेंट में आप को यह बताना होगा की आप के NGO में सदस्यों की संख्या कितनी है,क्यों की यह बात NGO के स्वरूप तथा NGO खोलने के उद्देश्य पर निर्भर करता है, NGO के लिए लोगों को सदस्य कैसे बनाए इसके लिए चुनाव प्रक्रिया, तथा रूल्स आदि शामिल है
इस डॉक्यूमेंट को रेडी करने के बाद आपको इसे किसी भी जिले के चैरिटेबल ट्रस्ट में जमा कर सकते है,तथा इसके बाद आप की एप्लीकेशन की छानबीन होती है और आप का इंटरव्यू होता है , अगर सारा डाटा सही निकला तो आपके NGO का पंजीकरण उसी समय बिलकुल आसानी से हो जाता है |
पंजीकरण होने के बाद आपको अपने NGO के नाम से अलग से बैंक अकाउंट खुलवाना होता है , और इसके लिए NGO हेड के पास पैन कार्ड होना चाहिए क्यों की इसी के मदद से आप बैंक अकाउंट खुलवा पाएंगे |
यह NGO वाला बैंक अकाउंट इसलिए ओपन कराया जाता है ताकि जब कोई डोनेशन देता है तो वो NGO के अकाउंट मेँ ही जाए तथा बैंक उस डोनेशन का पूरा डाटा संचालित कर के अपने पास रखे जिससे NGO के पूरे काम में पारदर्शिता बनी रहती है |
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NGO के लिए पंजीकरण कैसे करे
दोस्तों NGO में पंजीकरण करने के लिए, भारत में 3 अलग अलग अधिनियम है यानी NGO में पंजीकरण करने के लिए आप को इन तीनों अधिनियमों में से किसी एक अधिनियम में पंजीकरण करना होगा , आइए इन तीनो पंजीकरण के बारे में विस्तार से समझते है |
ट्रस्ट एक्ट : दोस्तों जैसा की आप को पता ही होगा की हमारे भारत देश में संघ राज्य नियम है इस नियम के अनुसार सभी अलग अलग राज्यों के अपने अपने नियम होते है लेकिन अगर कोई राज्य में ट्रस्ट अधिनियम नहीं होता है तो उस राज्य में 1882 ट्रस्ट अधिनियम लागू होता है , इस अधिनियम के तहत NGO में दो ट्रस्ट होना आवश्यक है क्यों की इस अधिनियम के तहत NGO का रजिस्ट्रेशन करने के लिए आप को चैरिटी commissioner या रजिस्ट्रार के ऑफिस में आवेदन देना होगा |
ट्रस्ट एक्ट में किसी भी व्यक्ति को NGO रजिस्टर करने के लिए उस व्यक्ति के पास DEED नमक डॉक्यूमेंट होना आवश्यकता होता है |
सोसाइटी एक्ट: इस एक्ट के अंतर्गत मेमोरेंडम ऑफ़ एसोसिएशन , रूल्स एंड रेगुलेशंस की आवश्यकता होती है |
यह डॉक्यूमेंट महत्वपूर्ण होता है तथा इस डॉक्यूमेंट को बनाने के लिए कम से कम 7 लोगों की आवश्यकता होती है, इसलिए आप NGO को सोसाइटी के रूप में भी रजिस्टर कर सकते है
इसलिए कुछ राज्यों में जैसे की महाराष्ट्र में सोसाइटी के तहत NGO को ट्रस्ट के तौर पर रजिस्टर किया जाता है |
कम्पनीज एक्ट : दोस्तों अगर आप कंपनी एक्ट के तहत अपने NGO का रजिस्टर करना चाहते है तो मेमोरेंडम एंड आर्टिकल ऑफ़ एसोसिएशन एंड रेगुलेशन डॉक्युमेंट की आवश्यकता होती है|
इसको बनाने के लिए किसी भी प्रकार का स्टाम्प पेपर की आवश्यकता नहीं पड़ती लेकिन इसे बनाने के लिए कम से कम 3 लोगो की आवश्यकता होती है |
इस अधिनियम को गैर सरकारी संगठन तथा कम्पनीज एक्ट के तहत रजिस्ट्रेशन किया जाता है|
NGO के प्रकार
दोस्तों जैसा की आप ने ऊपर पढ़ा होगा की की NGO भी कई प्रकार के होते है लेकिन आप के मन में ये सवाल बार बार आरहा होगा की NGO आखिर कितने प्रकार के होते है तो मेँ आज आप को NGO के प्रकार के बारे में पुरे विस्तार से बताने वाला हु
- Bingo – Business Friendly International NGO
- Engo – Environment NGO
- Gongo- government Organization and non government Organization
- Ingo – International NGO
- Quango – Quasi autonomous NGO
यह सारे NGO के प्रकार है जिनका काम अलग अलग होता है , अगर आप भी इसको ज्वाइन कर के समाज सेवा का काम करना चाहते तो ये हम सबके लिए बहुत खुशी की बात है |
NGO में काम करने का सही तरीका
दोस्तों अगर आपके सामाजिक कार्य में रूचि है तथा समाज के पीड़ित लोगो के लिए काम करना है तो आप के लिए NGO से अच्छा मार्ग कोई नहीं है
दोस्तों लेकिन NGO में काम करने से पहले ही आपको NGO का सदस्य बनना पड़ता है और सदस्य बनने के लिए आप को डॉक्यूमेंट रजिस्ट्रेशन करना होगा जिसके बारे में मैंने ऊपर विस्तार से समझाया है
दोस्तों लेकिन किसी भी NGO को खोलने से पहले आप को उस NGO का उद्देश्य की पुष्टि कर लेनी चाहिए ताकि आगे चल कर किसी समस्या का सामना ना करना पड़े : NGO का उद्देश्य सामाजिक कारणों पर काम करना होता है
NGO का संगठन हमेशा समाज के निचले तबके के लोग के लिए काम करती है जैसे, की गरीब और अनाथ बच्चे को खाना और शिक्षा की सुविधा को मुहैया करना, बच्चों में किताब बांटना, स्कूल में रहे गरीब अनाथ बच्चों को हर हमेशा भोजन की सुविधा उपलब्ध कराना
दोस्तों सबसे खुशी की बात तो ये है की हमारे देश में कुछ ऐसे गैर सरकारी संगठन है जिन्हो ने बहुत ही अच्छा काम किया है और अपने काम से देश का नाम रौशन किया है उन संस्थाओं के नाम कुछ ऐसे है की
- Being Human ( सलमान खान NGO)
- Nanhi Kali ( छोटी बिटिया की शिक्षा NGO)
- Giveindia Foundation
- Helpage India (बूढ़े लोगो की मदद)
- Smile फाउंडेशन
NGO के लिए पैसे कैसे इकट्ठा करे
दोस्तों आज के डिजिटल युग में NGO के लिए फंड इकट्ठा करना कोई बड़ी बात नहीं है दोस्तों सबसे पहले तो आप को अपने NGO की वेबसाइट बनाना लेनी चाहिए और उसपे अपनी हर एक एक्टिविटी को उपलोड़( फोटो और विडिओ के जरिए ) करना चाहिए ताकि लोगो का विस्वास आप के NGO पर बने और वो आप के NGO में बराबर योगदान दे , और हो सके तो आप अपने NGO का यूट्यूब Youtube चैनल भी बना सकते है और जब भी आप NGO का कुछ काम करे तो उसका Video बना कर अपने चैनल पे उपलोड़ करे इससे आपको इतना मदद मिल जाएगा की आपको और किसी की जरुरत ही नहीं पड़ेगी
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गवर्नमेंट फण्ड-
दोस्तों अगर आप को सरकारी फंड की भी जरूरत है तो उसके लिए आप को अपने NGO का रजिस्ट्रेशन करना बहुत जरूरी है , लेकिन इस फंड को लेने के लिए आप को कुछ रूल और रेगुलेशन बनाना होगा तथा कम से कम 2 साल का ट्रैक रिकॉर्ड गवर्नमेंट को दिखाना होगा तब जेक गवर्नमेंट आप के NGO पाय विश्वास कर पाएगी
प्राइवेट कम्पनीज से फण्ड-
दोस्तों आप फंड के लिए प्राइवेट कमपनीज़ से भी कांटेक्ट कर सकते हो और उन्हें अपने NGO के बारे में बता सकते हो
आप किसी कंपनी के चीफ को अपने किसी NGO के इवेंट में आमंत्रित कर सकते हो अगर उन्हें आपका का काम पसंद आएगा तो वो जरूर आपकी मदद करेंगे
आप प्राइवेट संस्थानों को ईमेल के जरिए आउटरीच कर सकते हो और अपने काम के बारे में बता सकते है |
जैसे बहुत सारे प्राइवेट कम्पनीज अपने समाज सेवा के कार्य को पूरा करने के लिए छोटे-छोटे NGO को डोनेशन देती है जिससे उन्हें टैक्स में छूट मिलती है तो आप को इसका फायदा हो सकता है अगर आप अच्छे से रीसर्च करे और अपने काम के बारे में उन्हें भी बताएं|
NGO का योगदान क्या है ?
बहुत सारे लोगों के मन में ये सवाल हमेशा आता रहता है की आखिरकार NGO का योगदान क्या होता है तो मैं को बताना चाहूंगा कि NGO का मानव जीवन के लिए बहुत सारे योगदान है जैसे। .
- NGO मानव जीवन के लिए बहुत सारा काम करता है
- NGO अनाथ लोगों के रहने की व्यवस्था करता है
- NGO अनाथ लोगों के खाने की व्यवस्था करता है
- और जब कोई बड़ी आपदा आती है तो वहा भी NGO बड़े लेबल पर मदद करता है
- जैसा की आप देख रहे है की covid में NGO ने बहुत सारा योगदान दिया है
- NGO कभी भी अपना पूरा योगदान देने में पीछे नहीं हटता है
- NGO बूढ़े लोगो के लिए भी अपना बहुत सारा योगदान दिया है
दोस्तों NGO एक प्रकार की गैर सरकारी संस्था है जो गरीब ,अनाथ ,असहाय लोगों की मन ,तन और धन से मदद करती है जैसे की अनाथ बच्चो को पढ़ाना , गरीब लोगो को भोजन देना, समाज की इस्तिथि सुधारने के लिए काम करना, पर्यावरण और जल को साफ़ सुथरा बनाए रखना…
NGO के हज़ारो समाज सेवी कार्य है लेकिन मैं आज आपको NGO के कुछ प्रचलित कामो के बारे में बताने वाला हु जैसे की |
1.गरीब अनाथ बच्चों के लिए उचित शिक्षा का प्रबंध करना
2.अनाथ बच्चों के रहने और खाने का पूरा प्रबंध करना
3.बिना घर के बूढ़े बुजुर्ग लोगो के रहने का इंतजाम करना
4.गरीब अनाथ लोगों के लिए उचित अस्पताल की व्यवस्था करना
5.समाज में रह रहे सभी असहाय मजबूर लोगों की हर तरह से मदद करना
6.पर्यावरण तथा जल को साफ सुथरा रखने के लिए लोगों को जगरूप करना
Conclusion
मुझे उम्मीद है की आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और आप को NGO के बारे में पूरी जानकारी मिली होगी और अब आपको NGO के बारे में पूरे अच्छे से समझ आ गया होगा, लेकिन अगर आप को कही समझ ना आया हो तो आप मुझसे कमेंट बॉक्स में बात कर सकते है मुझे आपकी मदद करके खुशी होगी |
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Itni Achhi jankari aap late kaha se hai. ?
Can we talk on phone , I have Lots of quatations